नेपाल में चीन भारत से सटे सरहदी क्षेत्रो में सांस्कृतिक कार्यक्रम के छाव में बढ़ा रहा अपना नेटवर्क - प्रथम 24 न्यूज़

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नेपाल में चीन भारत से सटे सरहदी क्षेत्रो में सांस्कृतिक कार्यक्रम के छाव में बढ़ा रहा अपना नेटवर्क




नेपाल की आर्थिक राजधानी रूपनदेही क्षेत्र में हुआ नेपाल चीन मैत्री समाज की बैठक

बॉर्डर स्पेशल: सोनौली महराजगंज।

नेपाल की भारत से बढ़ते नजदीकियां को लेकर चिंतित चीन अब भारत सीमा से सटे नेपाल के तराई इलाको में अपने नेटवर्क बढ़ाने तेज कर दिए है, पहले भारत नेपाल मैत्री समाज के माध्यम से सीमावर्ती क्षेत्र के लोग भारत एवं नेपाल के लोगो को एकजुट करते हुए कई सयुक्त कार्यक्रम आयोजित कर संस्कृति सामाजिक और रोटी बेटी के सम्बन्धो की चर्चा करते थे। लेकिन पिछले छः माह से चीनी नागरिकों के साथ बैठके आयोजित की जा रही है। यह कार्यक्रम घाटी को छोड़कर भारत नेपाल सीमावर्ती शहर और गांव में आयोजित कर चीनी भाषा, चीन की संस्कृति से परिचय एवं साहित्य का प्रचार प्रसार किया जा रहा है।

भारत से विचलित चीन इन दिनों पड़ोसी देश नेपाल में छद्दम तरिके से नेपाली युवाओं व उनसे नजदीकियां बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में चीन के व्यवसायियो के उच्च स्तरीय टीम शनिवार को भारतीय सीमा से सटे नेपाल के रूपनदेही जिला स्थित भैरहवा पहुची जिसमे नेपाल चीन मैत्री समाज के जरिए सीमावर्ती क्षेत्र के लोगो मे पैठ बना रही है।

नेपाल-चीन मैत्री समाज लुंबिनी की 22वीं आम बैठक शनिवार को भैरहवा में संपन्न हो गई है। जिसमे समाज के अध्यक्ष नारायण प्रसाद सापकोटा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि झेगा मंदिर के गुरु भे छगन छी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया और आमसभा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नेपाल और चीन का संबंध सदियों से है। कार्यक्रम में महासचिव का प्रतिवेदन मनीष कुमार जोशी द्वारा एवं वित्तीय प्रतिवेदन कोषाध्यक्ष खीम बहादुर खत्री द्वारा प्रस्तुत किया गया।  कार्यक्रम में सपकोटा ने कहा कि नेपाल और चीन के बीच राजनयिक संबंध सुचारू रूप से आगे बढ़े हैं और निरंतरता की कामना की उन्होंने आगामी दिनों में सोसायटी द्वारा किए जाने वाले कार्यों की जानकारी दी। जिसमे वार्ड अध्यक्ष छेदीलाल श्रीवास्तव, नेपाल-चीन मैत्री समाज लुंबिनी के उपाध्यक्ष डाॅ. ऋषि राम शर्मा, सचिव जनकराज पंत आदि ने नेपाल चीन मित्रता और सांस्कृतिक समाज को आगे बढाने को लेकर संबोधित किया।
 

रूपनदेही जिले में है कई चीनी सृजित उद्योग

चीन के उद्योगपतियों के रूपनदेही जिले में कई उद्योग है। पहले नेपाल और तिब्बत के खासा के निकट चाइना की गहरी पैठ थी।लेकिन हाल समय मे चाइना के व्यवसायिक प्रतिनिधियों ने चीन की कम्युनिस्ट सरकार की छद्दम युद्ध के तरीके अपनाते हुवे अब भारत नेपाल सीमा के करीब पहुच रहे है। इसके पीछे चीन की क्या मंशा है ये भारत के लिए चिंता का विषय है। नेपाल के दमक में निर्माण होने वाले दुनिया की सबसे ऊंची बुद्ध मूर्ति एवं औद्योगिक पार्क को चीन और नेपाल दोनों मुल्क के संबंधों का पुल बताया गया।

विश्वविद्यालय और अस्पताल का भी कर रहा निर्माण

दमक नगरपालिका से मिली जानकारी के अनुसार चीन की इस योजना से क्षेत्र का नामकरण कर दमक वीराटन बुद्ध विलेजर किया गया है। साथ ही बताया गया कि नेपाल क्षेत्रफल के अनुसार 22 सौ बीघा जमीन में 542 फीट की मूर्ति निर्माण के साथ साथ पार्क, बौद्ध विश्वविद्यालय, ध्यान केंद्र, शॉपिंग मॉल, अस्पताल एवं धर्मशालाओं आदि का निर्माण होगा।।

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