कोल्हुई से एआरटीओ के गिरफ्तारी बाद दूसरे दिन भी आरटीओ परिसर में सन्नाटा: बैरंग लौट रहे लोग - प्रथम 24 न्यूज़

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कोल्हुई से एआरटीओ के गिरफ्तारी बाद दूसरे दिन भी आरटीओ परिसर में सन्नाटा: बैरंग लौट रहे लोग


प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
महराजगंज।

एआरटीओ दफ्तर व परिसर में एआरटीओ अधिकारी सहित आठ लोगो की गिरफ्तारी के बाद दूसरे दिन शुक्रवार को सन्नाटा पसरा रहा। सुबह जहां सभी अधिकारी कार्यालय में राइट टाइम नजर आए वही आरटीओ परिसर में सन्नाटा पसरा रहा। वर्षो से कोल्हुई थाना क्षेत्र के गुलरहिया में एआरटीओ विभाग के रिश्तेदार और प्रवर्तन के सिपाहियों की मदद से हाईवे पर ओवरलोड ट्रकों और पर्यटक बसों से वसूली का खेल चल रहा था। ट्रक चालक की शिकायत के बाद सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी समेत आठ की गिरफ्तारी के बाद वसूली के पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ है। वन टाइम के साथ मासिक कोडवर्ड से ओवरलोड ट्रकों व बसों से वसूली की जाती थी। किसी को शक न हो, इसके लिए विभाग के सिपाही साथ में रहते थे। एक हजार से लेकर 10 हजार रुपये तक की वसूली की जाती थी। प्रत्येक माह औसतन 20 लाख की वसूली होने का अनुमान है।

सूत्र बता रहे हैं कि वसूली बढ़ गई तो ट्रक चालक ने हिम्मत दिखाई, इसके बाद पूरी कारस्तानी सामने आ गई। रिश्तेदारों को वसूली के लिए रखा गया था, उनके विभाग के प्रवर्तन के खास सिपाहियों को लगाया जाता था, ताकि चालक विरोध न कर सकें। अधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद इनकी पूरी कहानी सामने आ गई। सूत्रों ने बताया कि कुछ ने तो प्राइवेट लोगों को इस काम के लिए रख लिया था। राष्ट्रीय राजमार्ग पर आनंदनगर और कोल्हुई थाने के पास गैर जनपद और अन्य प्रदेशों से नेपाल आने वाले ओवरलोड ट्रक और पर्यटक बसों से वसूली की जाती थी।


एआरटीओ ऑफिस महराजगंज में पसरा सन्नाटा, आवेदक लौटे

एआरटीओ ऑफिस महराजगंज में कल की कार्यवाही की हनक साफ नजर आ रहा है। दोनों ऑफिस का हाल यह है कि परिसर में सन्नाटा पसरा है और काउंटर पर कुर्सियां खाली पड़ी हुई है। जनता का काम ठप है।
आवेदन बिना काम कराए निराश होकर लौट रहे है।  
लाइसेंस बनवाने, बसों के परमिट बनवाने सहित फिटनेस प्रमाण पत्र आदि बनवाने के लिए आए लोग इधर से उधर भटकते रहे।

वसूली के विवाद में 2017 में हुई थी सील चुंगी

2017 में कोल्हुई थाना झेत्र के गुलरहिया में अबैध रूप से बनी चुंगी को शिकायत के बाद एआरटीओ विभाग से सील किया था। फिर कुछ दिनों के बाद परिवर्तन कार्यालय के नाम से एक बोर्ड लगा कर ट्रको एवं बसो से अवैध वसूली की जा रही थी। गुलरहिया का चुंगी हमेशा से विवादों में रहा है। पिछले साल स्थानीय ग्रामीणों ने ट्रको को रोक कर वसूली को लेकर उक्त वसूली का विरोध करते हुए धेराव भी किया था। 

आरटीओ कार्यालय के नाम से मशहूर था गुलरहिया का चुंगी


कोल्हुई थाना झेत्र के गुलरहिया का चुंगी वाहन चालकों में आरटीओ कार्यालय के नाम से मशहूर था। कुछ ट्रक चालकों ने नाम नही छपने की शर्त पर बताया कि एक साल पहले वहां एआरटीओ की जीप लगी रहती थी। और कुछ प्राइवेट लोगो के साथ वर्दी में सिपाही भी होते थे। इसलिए कागजात पूरा सही होने के बाद भी एंट्री शुल्क जमा कर जाना होता था। तैनात पुलिस कर्मी पासवर्ड वालो को जाने देते थे। लेकिन जिसके पास पासवर्ड नही होता था। उससे किसी ना किसी की कमी दिखा कर परेशान किया जाता था।

वसूली के कारण लग जाता है जाम

राष्ट्रीय राजमार्ग 24 पर  मुख्य मार्ग पर जिले की सीमावर्ती क्षेत्र कोल्हुई में परिवहन विभाग का चेक पोस्ट नाका अवैध वसूली का अड्डा बन गया है वैसे तो विभाग द्वारा चेक पोस्ट नाके से गुजरने वाले प्रत्येक मालवाहक वाहनों के दस्तावेज जांचने के अलावा ओवरलोड वाहनों की भी जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश हैं लेकिन रुपए लेकर छोड़ दिया जा रहा था।
चेकपोस्ट नाके के पदस्थ खुलेआम वाहन चालकों से अबैध वसूली कर रहे हैं और ट्रकों संचालको और ट्रक ड्राइवरो से 500 सौ लेकर 5000 रुपये तक वसूल रहे है औऱ ओवरलोड वाहनों के पासवर्ड के बाद बगैर जांच पड़ताल किए आने जाने की अनुमति दे रहे हैं।

 ओवरलोड पर नहीं है लगाम

जिले से होकर आने जाने वाले अधिकांश वाहन नियमों की कसौटी में खरे नहीं उतर रहे हैं जो सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात अफसर सहित शहर के तहत विभागीय अफसरों के ऊपर सवाल खड़े कर रहे हैं क्षमता से अधिक माल भरकर भारी वाहनों ने राष्ट्रीय राजमार्ग के हालात खराब कर दिए हैं किसी एक मार्ग में दिन-रात क्षमता से अधिक माल भरकर बड़े वाहनों की आवाजाही बनी रहती है जिसे रोकने में परिवहन विभाग के चेक पोस्ट सिर्फ वसूली में व्यस्त है।

सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल

जिले की सीमा क्षेत्र से प्रवेश करने वाले हर छोटे बड़े मालवाहक वाहनों की सूक्ष्मता से जांच करने के निर्देश हैं ताकि जिले में प्रवेश करने वाले वाहनों में अवैध माल का परिवहन रोका जा सके इसलिए उत्तरप्रदेश सड़क परिवहन निगम के द्वारा प्रत्येक जिलों में चेक पोस्ट नाका की स्थापना कराई गई है और उनमें बकायदा अमला भी तैनात किया है जिन्हें मालवाहक वाहनों के दस्तावेज के अलावा माल में क्या और कितना माल ले जाया जा रहा है इसकी सूक्ष्मता से जांच होनी चाहिए जो वर्तमान में चेकपोस्ट नाके में पदस्थ अमला नहीं कर रहा है। वही सूत्रों ने बताया कि नजदीक में ही नेपाल सीमा लगी हुई है जहां से अवैध माल वाहनों में क्षमता से अधिक भरकर नेपाल चले जाते है।

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