समाजवादी पार्टी के "9वा" राज्य सम्मेलन में उमड़ा जनसैलाब, प्रदेश के प्रमुख नेताओं कार्यकर्ताओं ने की शिरकत
अखिलेश बोले- बीजेपी को सिर्फ सपा हरा सकती है:सपा के प्रदेश सम्मेलन में कहा- 2022 चुनाव में सीट दोगुनी हुईं; गठबंधन का प्रयोग सफल रहा
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
लखनऊ उत्तर प्रदेश।
2024 मिशन को लेकर कल सुबह 10 बजे से माता रमाबाई अंबेडकर पार्क में शुरू हुआ जमावड़ा में करीब 8 हजार से अधिक सपाई ने शिरकत की, उक्त सम्मेलन का शुभारंभ राष्ट्रीय ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान के बाद, तत्पश्चात सपा ध्वजरोहण एवं सपा गीत से से शुरू हुआ।
समाजवादी पार्टी के 9वें राज्य सम्मेलन में नरेश उत्तम को फिर से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। इस दौरान सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि समाज को बांटने वाली ताकतों को सत्ता से बाहर करेंगे। 2019 में समाजवादियों ने बाबा साहब के सिद्धांतों के साथ भाजपा को लोकसभा में सीटें हराई थी। हम सरकार बनाने में कामयाब नहीं हुए। लेकिन हमारी सीटें बढ़ीं। फिर हमने 2022 का चुनाव लड़ा था।
अधिवेशन में अखिलेश ने कहा कि मुझे खुशी है कि अभी तक का सबसे ज्यादा वोट इस चुनाव में हमें मिला था। सपा की सीट भी दोगुनी हो गईं थीं। कह सकता हूं कि 2019 और 2022 के प्रयोग से हम समाजवादी जान गए कि बीजेपी को कोई हरा सकता है, तो वो सिर्फ सपा पार्टी है। अखिलेश ने कहा कि हम देश की राजनीति को बदल देंगे। बीजेपी ने झूठ बोलकर सरकार बनाई है।
अखिलेश ने कहा, "गंगा सफाई के नाम पर बीजेपी सरकार में लूट हो रही है। सपा काल में हुए डेवलपमेंट प्लान, बीजेपी में आगे नहीं बढ़ाए गए। सपा शासन में किसानों ने जमीन अधिग्रहण का कभी विरोध नहीं हुआ। किसानों को 3 गुना तक मुआवजा दिया। देश का सबसे बढ़िया आगरा एक्सप्रेस-वे सपा ने बनाकर दिया। फिर बीजेपी सरकार ने इसी एक्सप्रेस-वे पर सुखोई उतारे थे। मेट्रो सबसे पहले यूपी में हमने चलाई। बीजेपी ने सिर्फ सत्ता का दुरुपयोग किया।"
प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव प्रक्रिया के लिए मंच पर रामगोपाल यादव पहुंचे। संबोधन की शुरुआत करने से पहले राम गोपाल यादव सपा के कार्यकर्ताओं पर नाराज हुए। कहा कि ये कुछ लोग किनारे खड़े हुए हैं। ये ना किसी बात को सुनते हैं। ना आगे के उद्देश के बारे में बात करते हैं। ऐसा ठीक नहीं है। राम गोपाल यादव ने कहा कि मुझे अखिलेश यादव ने पत्र लिखकर चुनाव प्रक्रिया को लेकर निर्वाचन अधिकारी बनाया था। 5 सितंबर तक चुनाव प्रक्रिया पूरी करनी थी। इस पर 20 अगस्त को मैंने नामांकन करने की तिथि रखी थी। सम्मेलन में मैंने इस पर कहा था कि अगर जरूरी हुआ तो 27 सितंबर को राज्य स्तर और 28 सितंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
राज्य के लिए 2 सेट में केवल एक नरेश उत्तम का नामांकन आया। इसलिए उनके नाम का ऐलान कर रहा हूं। इस मौके पर आशु मलिक के द्वारा गाया गाना "परिवर्तन लाएगा" अखिलेश ने लॉन्च किया।
समाजवादी पार्टी 3 दशक पुरानी हो गई है। पार्टी आज 'नई पीढ़ी और नये दौर' में है। पिता मुलायम की बनाई पार्टी अब बेटे अखिलेश के कमांड में है। 2 पीढ़ियों के बीच सपा ने राजनीति के कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। 5 नवंबर 1992 को मुलायम सिंह यादव ने लखनऊ के बेगम हजरत महल पार्क में पार्टी बनाई थी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद अक्टूबर 1992 में गठित हुआ। अखिलेश से पहले मुलायम सिंह यादव ही पार्टी के अध्यक्ष रहे। गुरुवार को होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश यादव को लगातार तीसरी बार पार्टी अध्यक्ष चुने जाना तकरीबन तय है।
अधिवेशन में भारी भीड़ को देखते हुवे लखनऊ टीम को विशेष रूप से लगाया गया था, जिसमे लोहिया वाहिनी प्रदेश अध्यक्ष रामकरण निर्मल, युवजनसभा प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द गिरी, यूथ ब्रिगेड प्रदेश अध्यक्ष अनीश रजा, सचिव मोहम्मद जफर, सैनिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष सहित लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव संजय कन्नौजिया आदि ने कमान संभालते हुवे दिखे।
बैठक में 2024 मिशन को लेकर बूथ स्तर पर काम होने का संकल्प दोहराया गया, वही मंच से अखिलेश यादव ने उपस्थित सभी सपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुवे भाजपा को आड़े हाथों लेते हुवे कहा कि प्रदेश में भाजपा के शासन में अराजकता का स्कोप अपने चरम पर पहुच गया है, वही देश की अर्थव्यवस्था डावाडोल होता जा रहा है।
Post a Comment