Caution- If you are going to Nepal with your personal vehicle then know the new rules of Nepal entry :- सावधान- अगर जा रहे है आप अपने निजी वाहन से नेपाल तो जाने नेपाल प्रवेश के नए कायदे....
▶️ नेपाल के नए गाइडलाइन से परेशान हुवे स्थानीय लोग
▶️ नेपाल से जुड़े कारोबारियों में रोष, नही जा सके नेपाल
▶️ 36 घण्टे अंदर का PCR (पीसीआर) रिपोर्ट
▶️ अपने रिश्तेदारो से नही मिलने जा सके लोग
▶️ भारतीय सीमा क्षेत्र में नेपाल के रवैये से भारी नाराजगी
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
सोनौली-महराजगंज।
इंडो नेपाल बॉर्डर खुलने पर सोनौली में एक तरफ लोगो ने बॉर्डर खुलने पर मिठाई बांटी, खुशियां मनाई, मगर धक्का तब लगा जब नेपाल कारोबार से जुड़े लोगों को भंसार पर ही रोक दिया गया, वजह नेपाल ने कड़ी शर्तो के साथ नेपाल प्रवेश द्वार खोला है,
जानकारी देते चले कि जैसे ही यह खबर आम हुई कि, नेपाल ने अपने देश की सीमा आम लोगो के लिए खोल दिया है, तो कार ही नही स्थानीय सैकड़ों बाइकर नेपाल अपने कारोबार व घूमने जाने को लेकर सोनौली बॉर्डर पहुच गए मगर नेपाल की नई शर्तानुसार नेपाल भंसार के बाहर से ही अपने इच्छाओं को दबा कर वापस लौटने पर विवश होना पड़ा।
बताते चले कि नेपाल ने अपने देश की सीमा में प्रवेश को लेकर भारतीय सहित तमाम शैलानियों के लिए नया गाइडलाइंस जारी किया है, इस नए गाइडलाइंस के अनुसार अब आपको नेपाल तभी अपने सीमा में प्रवेश करने देगा जब आप PCR (पीसीआर) रिपोर्ट वह भी 36 घण्टे के अंदर, वैक्सिनेशन का सर्टिफिकेट पेश करेंगे। यही नही नेपाल सूत्रों को हवाले से बताया जा रहा है कि अब नेपाल आने वाले हर एक भारतीय सैलानी को नेपाल निर्मित एक पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराना भी अनिवार्यता होगी।
नेपाल के इस नए गाइडलाइन की जानकारी जैसे ही भारतीय क्षेत्र में फैली तो स्थानीय जनता में नेपाल को लेकर भारी नाराजगी जाहिर की, बीजेपी के मंडल मीडिया प्रभारी सूरज गुप्ता ने कहा कि जब भारत ने पूर्व की तरह अपने द्वार नेपालियों के लिए के लिए बिना किसी शर्त खोल दिया है तो नेपाल ने शशर्त नियम क्यो बनाया, सूरज गुप्ता ने कहा कि नेपाल अपने इस नए नियम को अबिलम्ब समाप्त करे नही तो नेपालियों के भारत प्रवेश पर अंकुश लगाने को लेकर भारतीय अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।
"अखिल भारतीय मध्य देशीय वैश्य सभा" (युवा) उत्तर प्रदेश मीडिया प्रभारी उमाकान्त मद्धेशिया ने कहा कि, जब भारत ने अपने देश मे नेपालियों के प्रवेश को लेकर कोई शर्त नही रखी तो नेपाल यह नई गाइडलाइन लागू कर आखिर क्या दर्शना चाहता है, उमाकान्त मद्धेशिया ने कहा कि स्थानीय नागरिकों को नेपाल बिना पीसीआर रिपोर्ट के नेपाल प्रवेश दे, उमाकान्त मद्धेशिया ने आगे कहा कि, नेपाल वैक्सिनेशन का सर्टिफिकेट देखे, क्योकि पीसीआर रिपोर्ट हर सप्ताह नही बनाया जा सकता, इस लिए सोनौली नौतनवां व सरहदी क्षेत्रो के नागरिकों को नेपाल प्रवेश पर सहुलियत नेपाल प्रशासन प्रदान करे।
नेपाल के इस रवैये को स्थानीय जनता ने "बिन पेदी के लोटे" वाली कहावत चरितार्थ करता है, बोला है, बताया जा रहा है नेपाल में वैक्सिनेशन जैसी कोई जागरूकता अभियान नही चलाया गया, ना ही नेपाल में वैक्सीनेशन कराया गया है। इस लिए नेपालियों के भारत आने पर उनका भी पीसीआर व वैक्सीनेशन रिपोर्ट भारतीय क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारी जमा कराए।
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