Bank close: 4 अप्रेल तक बैंक बन्द, लोगो को रुपये की भारी तंगी, एटीएम बना डिजिटल डब्बा - प्रथम 24 न्यूज़

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Bank close: 4 अप्रेल तक बैंक बन्द, लोगो को रुपये की भारी तंगी, एटीएम बना डिजिटल डब्बा

 



प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स

लखनऊ उत्तर प्रदेश


मार्च क्लोजिंग को लेकर 4 अप्रेल तक बैंकिंग कार्य पूरी तरह बाधित होने से लोगो को धन की भारी कमी देखी जा रही है, वही दूसरी तरफ कई शहरों नगरों के एटीएम कई दिनों से खाली पड़े है, जिससे लोगो को रुपये को लेकर भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।


जानकारी देते चले कि, मार्च में बैंकिग फाइनेंशियल वर्ष का समापन होता है, साल भर का लेखा-जोखा मिलाया जाता है, इस क्लोजिंग समय मे उपभोक्ताओं के लिए बैंक पूरी तरह से बन्द रहता है, मगर आरबीआई व सरकार के अनुसार नगर कस्बो के एटीएम को फुल रखने का आदेश होता हैं, जबकि सच्चाई यह है कि, 80 प्रतिशत एटीएम खाली पड़े रहते हैं, आश्चर्यजनक बात यह है कि बैंक को इसकी खबर तक नही की उनके एटीएम में पैसा नही है। किसी को मकान बनवाना है, तो किसी को कर्ज देना है, मगर जब एटीएम गए तो पता चला कि एटीएम तो बन्द एक डिब्बा है।


आइए जानते है कुछ ऐसे नगरों के बारे में जहां कभी लोग एटीएम कभी कभार ही प्रयोग कर पाए है। 


एटीएम बना दिखावा, एटीएम बन्द रहता है या पैसा ही नही है


इस विषय मे प्रथम 24 न्यूज़ टीम के प्रतिनिधि अमजद अली ने जब नगर पंचायत सोनौली महराजगंज में लोगो से बात की तो पता चला कि यहां एटीएम का उपयोग कभी कभार ही इक्का दुक्का लोगो ने ही किया है, वह भी 8 किमी दूर नौतनवा में जा कर, स्थानीय लोगो ने प्रथम 24 न्यूज़ टीम को बताया कि यहां बैंक बन्द होने के स्थिति में धन निकासी के सभी साधन बन्द होते हैं, एटीएम तो महज दिखावा है "डिजिटल इंडिया" के लिए, जमीनी सच्चाई में सोनौली में ना तो सरकारी मोबाइल नेटवर्क BSNL सही है ना ही 4G डेटा के लिए, फिर भी लोगो का जनजीवन किसी तरह चल रहा है।


नौतनवा के लोगो ने कहा कि नगर में लगे एटीएम माह में 10 दिन खराब रहते है, 15 दिन पैसे नही होते, बाकी के 5 दिन किसी को पैसे निकलते है तो किसी को नही।


लखनऊ के दर्शन गुप्ता ने कहा कि बैंक बन्द होने लोगो को पैसे को लेकर भारी किल्लत का सामना करना पड़ता है, वही एटीएम पर जाने पर पता चलता है कि सर्वर फेल है, या एटीएम खराब है, या फिर पैसा नही है। वही राहुल राठौर ने बताया कि आधार से पैसा निकालने के लिए कई बार फिंगरप्रिंट ही नही आता है, जिससे बैंक के भरोसे पर ही अंतिम विकल्प होता है।

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