UP election 2021: : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई प्रत्याशियों को उठाना पड़ा आर्थिक नुकसान..... जाने पूरी रिपोर्ट
प्रथम 24 न्यूज़ डेक्स।
लखनऊ उत्तर प्रदेश।
प्रदेश में होने जा रहे महापंचायत चुनाव में सीट बदलने से पूर्व निर्धारित आरक्षण से चुनाव की तैयारियों में मैदान उतरे प्रत्याशियों को चुनाव में किये गए खर्च बेजा हो गए, बताया जा रहा है कि पहले निर्धारित सीट अब परिवर्तित हो जाने से वह चुनाव नही लड़ पाएंगे ऐसे में बैनर-पोस्टर व चाय नास्ता खर्च बेकार हो गया है।
क्षेत्र में चर्चा है कि, पूर्व घोषित सीट से चुनाव मैदान में उतरे "नेता जी" अब चुनाव नही लड़ पाएंगे ऐसे में नए प्रत्याशी के रूप में "भाई जी" आ गए है, पूर्व सीट घोषणा के आधार पर नेता जी ने हजारों रुपये चाय और नास्ते में गवा दिया, सुबह भोर में से 8 बजे तक, और शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक घर घर पहुच संपर्क किया, और तो और बैनर पोस्टर में भी हजारों रुपये पानी की तरह बहा दिया।
वहीं अब भाई जी अपने पूरे ताकत के साथ चुनाव मैदान में नजर आने लगे है, गांव वही है क्षेत्र वही है मगर घर-घर पहुच प्रचार करने वाला प्रत्याशी अब बदल गया है। पहले नेता जी थे अब भाई जी आ गए है। चाय नास्ता पूर्वरत चल रहा है, जनसंपर्क भी पूर्व की तरह चल रहा है, बैनर पोस्टर भी लगाएं ही जायेंगे, क्योकि बिना बैनर पोस्टर भाई जी को पहचानेगा कौन..?
सीट बदलने से कई पूर्व प्रत्याशी सदमे में देखे जा रहे है, कई पूर्व प्रत्याशी तो अब नजर ही नही आ रहे है। पंचायत चुनाव को लेकर एक बार फिर "मुद्दे की बात" की चर्चा-ए-आम हो रही है, गांवों में चर्चा यह है कि जो पहले दिखते नही थे आज वह सुबह शाम दरबारी कर रहे है, अपना पूरा परिचय देते हुवे फिर मिलने की बात कर रहे है, मगर सवाल यह है कि, क्या यह पूरे 5 वर्ष ऐसे ही रहेंगे या सत्ता में आते ही हर एक घर को भूल जाएंगे।
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