निजीकरण के विरोध में उतरे भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मचारी
प्रधानमंत्री एवं वित्तमंत्री मुर्दाबाद के लगे नारे।
फरेन्दा, महाराजगंज।
भारतीय जीवन बीमा निगम फरेन्दा के बीमा कर्मियों ने कार्यालय के ठीक सामने सरकारी संस्थाओं के निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन कर सरकार को जमकर कोसा तथा आईपीओ को वापस लेने की मांग की अगर सरकार ने मांगे नहीं मानी तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
नारा बाजी के माध्यम से भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मियों ने आज वेतन विसंगतियों को लेकर प्रदर्शन किया और वेतन समझौता लागू किए जाने की मांग की कर्मियों ने केंद्र सरकार प्रांत एवं केंद्रीय सरकारों को विरोध में अपनी आवाज मुखर की तथा कहा कि सरकारी कर्मचारियों के हितों की तो अनदेखी कर ही रही हैं साथ ही एक सुनियोजित षड्यंत्र के जरिए कर्मचारियों को नौकरी से बेदखल करने की जुगत में भिड़े हुए हैं।
कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री एवं वित्तमंत्री मुर्दाबाद के नारे के साथ ही एल.आई.सी. एवं अन्य सरकारी संस्थाओं के निजीकरण के विरोध मेें अपनी आवाज़ बुलंद की।
ज्ञात हो की सरकारी कर्मचारियों की संस्था ए.आई.ए. के बैनर तले कर्मचारियों ने यह विरोध प्रदर्शनकिया।
एल.आई.सी. आनंदनगर शाखा के प्रशासनिक अधिकारी राम चंद्र प्रसाद ने बताया कि संपूर्ण भारत के कर्मचारियों जिसमें सभी वर्ग(क्लास प्रथम से क्लास चतुर्थ तक के) के सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरोध में उठाया गये सरकार के मनमानी कदम का विरोध हम आखिरी सांस तक करते रहेंगे, क्यों कि अगर ऐसा हुआ तो न केवल परिवार के समक्ष रोजी रोटी का संकट उत्पन्न होगा बल्कि परिजन भुखमरी के शिकार होंगे। विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से रामचंद्र प्रसाद, संतोष सेनानी, राघवेंद्र प्रताप सिंह, विराट स्वरूप सिंह, सुरेंद्र प्रसाद, ए.के. पाण्डे, लक्ष्मी देवी, सफीउल्ला सहित सभी वर्ग के कर्मचारी गण मौजूद थे।
Post a Comment