आज़ादी के दशकों बाद कोई सांसद पहुचा अतिसंवेदनशील ग्राम मदाडी में, अपने सांसद को देख सभी के चेहरे खिले
छत्तीसगढ़ प्रभारी विरेन्द्र नाथ
बस्तर साँसद दीपक बैज पहुँचे जिला दंतेवाड़ा के अतिसंवेदनशील ग्राम मदाडी में जहाँ 10 गांव के जनप्रतिनिधियो ने की साँसद से मुलाकात पहली बार सांसद को अपने बीच पाकर सभी के चेहरे खिल उठे, उसी गांव में मैदान के नज़दीक एक महिलाएं जो महुए के फूल एकत्र कर रही थी उसे देख साँसद दीपक बैज ने उसका हाल चाल जाना और आदिवासीयों के आजीविका का प्रमुख स्रोत महुआ जो कि आदिवासी संस्कृति में शराब ही नही बल्कि अब छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा लड्डू,हलवा और रेडी टू इट में शामिल कर माताओं और बच्चों के पोस्टिक आहार के रूप में दिया जा रहा है। साथ ही साँसद श्री बैज ने उनमे से एक महिला देबे कुंजाम के साथ खुद ही टोकरी लेकर महुए के फूल एकत्र करने लगे साँसद का यह सरल अवतार देख सभी आश्चर्य चकित रहे।
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