SONAULI-BREAKING-NEWS: सोनौली में अवैध गोदाम पूर्वरत क्रियाशील, तस्करों के माध्यम से तस्करी जारी
अमजद अली
सोनौली/नौतनवा-महराजगंज।
भारत नेपाल का सीमाई कस्बा होने के कारण सोनौली में तस्कर और माफिया अपनी नजर बॉर्डर पर लगातार जमाएं रहते है, इन तस्कर माफियाओं का सरहदी कस्बो में कई अवैध गोदाम बॉर्डर के दोनों मुहानों पर है, इन्ही अवैध गोदामो से भारतीय सामान नेपाल, नेपाल का सामान भारत तस्करों के द्वारा तस्करी के माध्यम से बिना किसी जांच पड़ताल के पहुचाया जाता है।
सीमाई तस्करों की पैठ काफी गहरी आंकी जा रही है, जिस कारण इन देशद्रोहियों पर कड़ाई से विधिक कार्यवाही नही हो पा रहा है।
सरहद पर बनाएं गए यह अवैध गोदाम तस्करी के लिए उपयुक्त है। देर रात हो या दिन सुरक्षा एजेंसियों को चकमा दे कर यह तस्करी को अंजाम देने में दशकों से लगे है।
सवाल यह उठता है कि कई बार इन अवैध गोदामो पर प्रशासनिक कार्यवाही हुई मगर इन अवैध गोदामों पर कोई अंकुश पूर्व रूप से नही लग पाया...ऐसा क्यों..?
क्या क्या आता है - क्या क्या जाता है......
सरहदी कस्बा सोनौली आज से नही कई दशकों से नेपाली व चाइनीज सामानो की तस्करी को लेकर लगातार चर्चा में रहा है, यहां बाहर से आये लोगो ने तस्करी को बढ़ावा दिया, यह बाहरी तस्करों ने सोनौली में दर्जनों अवैध गोदाम बना रखे है। इन गोदामो में पहले चाइनीज सेब, नेपाली क्रीम, नेपाली साबुन, नेपाली नूडल्स इत्यादि भारत आता था तो भारत से नेपाल के लिए कपड़ा, चीनी, चावल, काजू, बादाम सहित सभी प्रकार के सामानों की तस्करी होती रहती है। तस्कर पहले इन सामानो को कैरियर के माध्यम से अवैध गोदामो में स्टोर करते है, फिर साइकिल कैरियरों के द्वारा पहले से तय गनतब्य तक पहुचा देते है।
कई बार हुई अवैध गोदामों पर छापेमारी फिर भी नही रुका कारोबार........
इन अवैध गोदामो पर कई बार प्रशानिक कार्यवाही हुई, लाखो के समान बरामद हुआ, पुलिसिया कार्यवाही हुई, मगर आश्चर्यजनक बात यह है कि दो चार दिन में फिर से उन्ही गोदामो से कार्य जारी हो जाता है। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर क्यों इन तस्करों पर पूर्ण रूप से अंकुश नही लगाया जा रहा है।
अब देखने वाली बात यह है कि क्या कभी इन अवैध गोदामो के संचालकों को सलाखों तक पहुचाया जा सकेगा या यह तस्करी कारोबार यू ही प्रशासन को मुंह चिढ़ाते हुवे जारी रहेगा।
Post a Comment