नवजात का वजन कराएं, छह माह तक स्तनपान कराएं--जिलाधिकारी महराजगंज डॉ उज्जवल कुमार
बच्चे को सेहतमंद बनाने के लिए जन्म से 1000 दिन तक करें उचित देखभाल-सीडीओ
अति कुपोषित बच्चों को एनआरसी भेजवाएं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-डीपीओ
रिजनल प्रभारी गोरखपुरनसीम खान की रिपोर्ट
बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए नवजात का वजन कराना बहुत ही जरूरी है, यदि जन्म के समय शिशु कमजोर है तो उसे एसएनसीयू( नवजात शिशु केयर यूनिट) में भर्ती कराएं। धात्री महिलाएं कम से कम बच्चों को सिर्फ और सिर्फ स्तनपान कराएं, कारण की बच्चों के लिए माँ का दूध संपूर्ण आहार है।
उक्त बातें जिलाधिकारी डाॅ उज्ज्वल कुमार ने मिठौरा ब्लाक के ग्राम पंचायत मोहनापुर स्थित पंचायत भवन पर आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि पूरे सितंबर माह में सभी नवजात का वजन कराया जाए तथा उनका उचित देखभाल किया जाए। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोई भी व्यक्ति बेटा-बेटी में भेदभाव न करे। पंचायत भवन पर डीएम और सीडीओ ने सहजन और आंवला का पौधरोपण भी किया।
मुख्य विकास अधिकारी पवन अग्रवाल ने कहा कि तृतीय राष्ट्रीय पोषण माह में बच्चों की प्रारंभिक चिन्हांकन कर आवश्यक उपचार कराया जाए। बच्चों के लिए शुरूआती 1000 दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। ऐसे में उनकी अच्छी तरह से देखभाल किया जाए। इस बीच उन्हें एनीमिया , डायरिया रोग से भी बचाया जाए ।
गर्भवती और धात्री महिलाएं भी अपने सेहत का विशेष ख्याल रखें । एनीमिया से बचने के लिए पौष्टिक आहार लेती रहें। यह भी कहा कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर गर्भवती से अपने गर्भस्थ शिशु को लेकर तथा धात्री महिलाओं को अपने बच्चों को लेकर सतर्क रहने के लिए जागरूक करें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेन्द्र कुमार राय ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पोषण माह में बच्चों का वजन करें तथा कुपोषित, अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करें। यदि बच्चा बहुत कमजोर हो तो उसे पुनर्वास केन्द्र में भर्ती कराएं।
बाल विकास परियोजना अधिकारी मनोज कुमार शुक्ला ने कहा कि कोरोना काल में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शारीरिक दूरी बनाकर सभी को सेहत और स्वच्छता के बारे में बताएँ। माॅस्क लगाने के लिए सभी को प्रेरित करें।
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