तीन महीने पहले बनी सरकारी स्कूल की बाउंड्री व गेट ढहने से छात्र की मौत, शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग
भ्रष्टाचार की दीवार ने 8 साल के मासूम की ली बली, जिम्मेदार मौन क्यो...?
जिला प्रभारी राजीव शर्मामऊ जनपद के घोसी क्षेत्र के बेलभद्रपुर गांव में सोमवार सुबह तकरीबन 10:30 बजे सरकारी प्राइमरी स्कूल की चहारदीवारी ढहने और गेट गिरने से आठ साल के बालक की मौत हो गई। बाउंड़ी तीन माह पहले हो बनवाई गई थी। नाराज गांव वालों ने शाम चार बजे घोसी-मधुबन मार्ग पर चौथी मिल के पास शव को सड़क पर रखकर पूरा रोड जाम कर दिये।
मिलावट खोरो के आगे नमस्तक दिखी स्कूल प्रशासन व्यवस्था
वे पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये मुआबजा देने, स्कूल निर्माण की जांच और बच्चों को स्कूल बुलाकर , खुद देर से आने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। देर शाम तक अधिकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करते रहे।बताते चले कि घटना वाले दिन बेलभद्रपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को सोमवार को पुस्तकें देने के लिए स्कूल बुलाया गया था। ग्रामीणों के अनुसार, बच्चे स्कूल पहुंचे तो शिक्षक थे ही नहीं। सुबह लगभग साढ़े दस बजे स्कूल की चहारदीवारी और गेट भी गिर गया। इसमें दब कर गांव निवासी भीमसिंह पटेल का आठ वर्षीय पुत्र राजबीर सिंह पटेल गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
बच्चों के शोर मचाने पर पहुंचे लोग रजबीर को मलबे से निकालकर निजी अस्पताल में ले गए। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। घर वाले शव लेकर गांव चले गए और शाम चार बजे शव को सड़क पर रख कर रोड जाम कर दिये।
जिम्मेदार अधिकारी भ्रष्टाचार की जांच करने के वजाय लीपापोती में लगे
एसडीएम आशुतोष राय, तहसीलदार सुभाष चंद यादव और प्रभारी निरीक्षक समरबहादुर सिंह जाम स्थल पर पहुंच गए और गांव वालों को समझा -बुझा कर जाम समाप्त करने का प्रयास करते रहे लेकिन ग्रामीण अपनी बात पर सूत्रों के अनुसार सूचना मिलने तक अभी अड़े थे।यह सवाल सिर्फ एक 8 वर्षीय बालक की बात नही बल्कि एक परिवार का कुलदीपक बुझ गया है, इस घटना की जिम्मेदारी कौन लेगा यह सवाल है...
BSA MAU
DM MAU
ADG AZAMGARH
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